क्या ऐसे होता है शांतिपूर्ण प्रदर्शन?'शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के नाम पे पहुँचा रहे है छति'
अनूप राजेश ओझा। आज देश मे जगह जगह प्रदर्शनकारियों द्वारा नागरिक कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रदर्शकारियों द्वारा आंदोलन के नाम पर जगह जगह गुंडागर्दी, पथराव ,निजी और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचा रहे है। इस प्रदर्शन से जहाँ आम लोगो को काफी परेशानी हो रही वही प्रदर्शनकारियों द्वारा हिंसक रूप अपना के अपने ही देश को छति पहुँचा रहे है। प्रदर्शनकारी कही ट्रैन रोक दे रहे है तो कही बसे जला दे रहे है तो कही मार पीट पे उतारू है जिसके चलते आम लोगो को काफी नुकसान हो रहा है। आज शाम को लखनऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए हिंसा में शामिल हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्यवही एवं उनकी संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए है।
जिनको नागरिकता कानून के बारे में पता भी नही है वो केवल अपना उल्लू सीधा करने में लगे है और बेमतलब का प्रदर्शन कर रहे है। क्या ऐसे शांतिपूर्ण प्रदर्शन होता है ? जगह जगह मीडिया कर्मी समेत प्रशासन पर ये प्रदर्शनकारी हमला कर रहे है तो क्या ये प्रदर्शन जायज है।
हमारा सरकार से निवेदन है अगर कोई ऐसा उग्र प्रदर्शन, निजी एवं सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचाते है तो इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए क्यो की ये प्रदर्शन नही दंगा है।