शासन-प्रशासन के मना करने के बाद भी प्रदेश के कई स्कूल फीस भरने के लिए अभिभावकों पर बना रहे है दबाव।
शासन-प्रशासन के मना करने के बाद भी प्रदेश के कई स्कूल फीस भरने के लिए अभिभावकों पर बना रहे है दबाव।
चंदौली/ वाराणसी उत्तर प्रदेश: शासन-प्रशासन की ओर से लॉकडाउन में बच्चों की फीस लेने के लिए अभिभावकों पर दबाव ना बनाने का आदेश तो दिया गया है लेकिन इसका स्कूल वाले पालन नहीं कर रहे है और आए दिन व्हाट्सएप्प और मैसेज करके स्कूल का फीस भरने के लिए अभिवावकों को परेशान कर रहे है और दबाव बना रहे है।
उधर कई बार सदस्यों से बातचीत के बाद भी इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश न लगने से परेशान होकर पूर्वांचल स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष पद से डॉक्टर दीपक मधोक ने इस्तीफा दे दिया।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चल रहे लॉकडाउन में कोई कामकाज ना हो पाने से अभिभावक बहुत परेशान हैं और बच्चों की फीस नहीं जमा कर पा रहे हैं।
इसको देखते हुए ही शासन ने लॉकडाउन में बच्चों की फीस जमा करने का दबाव ना बनाने को कहा था। बावजूद इसके कई ऐसे स्कूल हैं, जिनकी ओर से अभिभावकों को मैसेज भेजकर फीस जमा करने को कहा जा रहा है। लगातार आ रही शिकायतों को देखते हुए पिछले दिनों वाराणसी जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ विजय प्रकाश सिंह ने भी एक कड़ा पत्र जारी करते हुए इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाने के निर्देश देते हुए पालन न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी थी। लेकिन स्कूलों की मनमानी अभी जारी है उत्तर प्रदेश के हर जिलो में और यहाँ तक फीस न जमा करने पर बच्चे का नाम स्कूल से काट दिया जाएगा ऐसी भी शिकायते आ रही अभिभावकों द्वारा। अभिभावकों का कहना है कि वो फीस देने के लिए मना नही कर रहे है लेकिन उनको भी एक दो महीनों के समय चाहिए क्यो की वो भी इस लॉक डाउन में अपना काम काज बंद करके बैठे थे। हमारे माध्यम से अभिभावकों की ज़िलाधिकारियों से मांग है कि इसपर उनके यह से स्कूलों को पत्र लिख कर समय की मांग की जाए कि वो फीस भर सके।